इस श्राद्ध हुए कौवे नाराज
इस श्राध्द गजब हो गया देवलोक में हाहाकार मच गया। सारे कौवे नाराज हो गए और देवलोक पहुंच गए। कौओ ने देवताओं केउपर प्रहार करते हुए कहा हमारी कोई इज्जत ही नही है। हमे लोग घृणा की दृष्टि से देखते है और कहते हे तुम अपशगुनी हो। लेकिन हम गलती से कभी बोल गए तो हमारी खैर नहीं। इतने बेकार लोग है कि पत्थर मारकर हमारा मुंह तोड़ दें। उसमें से एक कौवे के सब्र का बांध टूट गया। वो बोला पता है ये लोग इतने लालची है काम पड़ने पर हमें याद करते है, वो भी साल में बस 16 दिन। ना ही हमारी धार्मिक वैल्यू है और ना ही सामाजिक। वो तो झूठ बोलकर लोगों ने हमें रोक रखा था। कि अच्छे दिन आने वाले है, काला धन आने वाला है। हमने भी सोचा रुक जाओ यार ये काला धन आ जाएगा तो हमें भी कुछ पैसे मिल जाएंगे। जिससे हम सर्जरी करा कर गौरे तो हो ही जाएंगे और हमारे भी अच्छे दिन आ जाएंगे। लेकिन सब मक्कार और झूठे है। कसम से बता रहे है हम अपनी औकात पर आकर झूठ बोलने वालों को काटने लगे तो अस्पतालों के बेड भर जाएंगे प्रभु हमें तो योनि ऐसी मिली है कि हम सिर्फ मरे हुए पशु-पक्षियों का मांस खाकर पेट भर लेते है। लेकिन इन नेताओं का पेट इतना बड़ा है कि ये तो जिंदा लोगो का भी.... प्रभु जो भी हो हमने बहुत सजा भुगत ली अब कुछ भी करो हमें श्राप से मुक्त करों नही तो हम यहीं आमरण अनशन करेंगे। फिर मत कहना तुमने लोगों का श्राद्ध बिगाड़ दिया। पूरा देव लोक सदमें मे है।